पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध in Hindi

नमस्कार दोस्तो! स्वागत है आपका RDN Notes ब्लॉग में। तो आज के इस आर्टिकल में हम बात करने वाले है “पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध” के बारे में। and essay environmental pollution and बने रहिये इस Article में और जानिए पूरे Details में
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 पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध in Hindi 

रूपरेखा
  • प्रस्तावना
  • पर्यावरण का अर्थ
  • प्रदूषण का अर्थ
  • प्रदूषण के प्रकार
  • प्रदूषण के कारण
  • प्रदूषण रोकने के उपाय
  • उपसंहार 

प्रस्तावना - 

"साँस तक लेना, मुश्किल हो गया है 
वातावरण कितना प्रदुषित हो गया है।"
प्रकृति ने हमे एक स्वच्छ और स्वस्थ वार्तावरण सौंपा था। किन्तु मनुष्य ने अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए इसे खतरे मे डाल दिया है विज्ञान की बढ़ती हुई प्रगति ने हमारी सुख, सुविधाओं मे वृद्धि की है. तो दूसरी और पर्यावरण को दूषित करके मानव के अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है 

पर्यावरण का अर्थ 

"हवा, जल, जंगल जमीन बचे रहे तो 
होगा मंगल।"
पर्यावरण दो शब्दों से मिलकर बना है। परि + आवरण, परि का अर्थ है, हमारे चारो ओर । आवरण का अर्थ है ढ़का हुआ। अर्थात, हमारे चारो और का वातावरण, पर्यावरण कहलाता है।  हमारे चारों ओर के वातावरण में जैविक घटक और अजैविक घटक दोनो आते है। 

प्रदूषण का अर्थ 

  1. जैविक घटक और अजैविक घटकों में अवांछनीय परिवर्तन प्रदुषण कहलाते है। 
  2. प्रदुषण फैलाने वाले पदार्थ-प्रदुषकतत्व कहलाते है। 

प्रदूषण के प्रकार 

1. जल प्रदूषण 
"जल ही जीवन है। जल है, तो कल है।"
जल स्त्रोतो में, अवांछित और हानिकारक पदार्थों का मिलना ही, जल प्रदूषण कहलाता है। । मनुष्यों/मानव मे जल प्रदुषन से- हैजा, टाइ‌फाइट, पेचिस, उल्टी, दुस्त जैसे रोग होते हैं।

2. वायु प्रदूषण 
"शुद्ध वायु स्वस्थ जीवन का आधार ।"
वायु में धूल, धुँए और हानिकारक गैसों के मिलने से वायु प्रदूषित होती है मानव मे वायु प्रदूषण से आँखों का रोग दमा, फेफड़ों का कैंसर जैसे रोग होते हैं।

3. मृदा प्रदूषण 
"धरती हमारी शान है, हमे उस पर मान है।"
मृदा में अवाधित और हानिकारक पदार्थों का मिलना ही मृदा प्रदूषण कहलाता है मृदा प्रदूषण से मृदा की उर्वरा शक्ति कम हुई है । जिससे फसल उत्पादन में कमी आई आती है।

4. ध्वनि प्रदूषण 
"मानवता का दुश्मन, शोर, इसे हटाने पर दो ज़ोर ।"
अप्रिय ध्वनियाँ शोर कहलाती है। यह शोर कानों को अप्रिय लगता है, इसे ही ध्वनि प्रदूषण कहते है। मानव मे ध्वनि प्रदूषण से - बेहरापन, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द आदि रोग होते है। 

प्रदूषण के कारण 

  1. वनों का विनाश।
  2. तेजी से बढ़ती हुई आबादी ।
  3. जीवाश्म ईंधन का अंधाधुंध उपयोग ।
  4. रासायनिक उर्वरक और कीटनाशकों का अधिक उपयोग।
  5. तेजी से बढ़ते हुए उद्योग ।

प्रदूषण रोकने के उपाय 

  1. वनों के विनाश को रोका जाए । अधिक से अधिक पेड़ लगाये
  2. तेजी से बढ़ती हुई आबादी पर रोक लगने लगाने के प्रयास किये जाये ।
  3. ईंधनों में सीसा रहित पेट्रोल, और CNG की उपयोग किया जाए 
  4. रासायनिक उर्वरक और कीटनाशकों का कम से कम उपयोग किया जाए
  5. उद्योगों को शहर से बाहर स्थापित किया जाए। 

उपसंहार -  

पर्यावरण प्रदूषण के प्रति हम सभी को जागरुक होना पड़ेगा। जल, वायु, मृदा ध्वनि प्रदूषण पर नियन्त्रण कर, धीरे- धीरे उन्हें समाप्त, करना पड़ेगा।


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